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बाबा की नगरी मै बाबा बागेश्वर

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  बाबा बैद्यनाथ , देवघर ( झारखण्ड ) देवघर (झारखण्ड ), बाबा की नगरी मै बाबा बागेश्वर ,  दिनांक 13 /03 /2024 को बाबा की नगरी मै गोड्डा लोकसभा सांसद  माननीय डॉ निशिकांत दुबे जी के द्वारा जानकारी दी गई कि बाबा बागेश्वर का दिव्य दरबार लगने जा रहा है दिनांक 15 /03 /2024 को |   बाबा बागेश्वर ; धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (बाबा बागेश्वर ) छतरपुर , मध्यप्रदेश के मंदिर के प्रमुख है , बाबा के अनुयायी उन्हें बाबा बागेश्वर नाम से सम्बोधित करते है | बाबा की प्रसिद्धि आज के समय मै पुरे विश्व मै है , बाबा कहते है की उनके पास दिव्य शक्ति है जिससे वो अपने भक्तो के समस्याओं का समाधान पर्ची के द्वारा करते है , दूर दूर से लोग अपनी समस्याओं को लेकर बाबा के दरबार मै हाज़री लगाने जाते है |  देवघर जिला के देवघर कॉलेज के मैदान मै बाबा के दरबार का आयोजन किया गया है , देवघर जिला के आस पास के लोगो को बाबा के प्रवचन सुने का एवम दिव्य पर्ची का लाभ प्राप्त होगा |  धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय   धीरेन्द्र शास्त्री जी का जन्म छतरपुर( मध्यप्रदेश ) के गाढ़ागंज गॉव मै दिनांक 04 ...

बाबा बैद्यनाथ, देवघर (झारखंड)

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बाबा बैद्यनाथ    प्राचीन मंदिर एवम बारह ज्योतिर्लिंगों मैं से एक है, जहा लाखो शिव के उपासक का जलार्पण नित्यादिन होता है। मान्यता है रावण जब अपने तप से महादेव को प्रसन्न कर, महादेव के प्राप्त वरदान से महादेव को लंका ले जाने की इच्छा जताई, तब महादेव ने लिंग स्वरूप अपना अंश देते हुए कहते है की इसे तुम जहा भी रखोगे ये वही स्थापित हो जायेगी , रावण शिवलिंग को लेकर लंका जाने लगा किन्तु रास्ते मै उसे लघुशंका प्रतित होता है , उसे अस्मरण होता है अगर शिवलिंग को धरती पर रखता है तो ये यही स्थापित हो जायेगी तभी रावण को एक चरवाहा दिखाई देता है उसे रोक वो अपनी विडम्बना सुनाता है एवम अनुरोध करता है कि वह शिवलिंग को पकड़ कर थोड़ी देर रखे ताकि वह लघुशंका कर सके चरवाहा उसकी बातों को सुनकर मान जाता है , रावण लघुशंका के लिए निश्चित मन से थोड़ी दुरी पे चला जाता है |  काफी समय चरवाहा के इंतज़ार के बाद भी जब रावण वापस नही आता है तब चरवाहा उस शिवलिंग को जमीन पे रख कर चला जाता है | थोड़े  समय पश्चात् जब रावण वापस आकर देखता है कि चरवाहा वहा नहीं है एवम शिवलिंग जमीन पर  स्थापित है यह सब देख रावण...